“अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो सारी कायनात उसे तुम से मिलाने में लग जाती है”
*मित्रो ये वो सिद्धांत है जो कहता है कि आपकी सोच हकीकत बनती है. अगर आप सोचते हैं की आपके पास बहुत पैसा है तो, आपके पास बहुत पैसा हो जाता है, यदि आप सोचते हैं कि मैं हमेशा गरीब रहूँगा, तो ये भी सच हो जाता है, शायद सुनने में अजीब लगे पर ये एक सार्वभौमिक सत्य है. यानि हम अपनी सोच के दम पर जो चाहे वो बन सकते हैं. और ये कोई नयी खोज नहीं है भगवान् बुद्ध ने भी कहा है "हम जो कुछ भी हैं वो हमने आज तक क्या सोचा इस बात का परिणाम है" स्वामी विवेकानंद जी ने भी यही बात इन शब्दों में कही है "हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है" इसलिए इस बात का धयान रखिये कि आप क्या सोचते हैं.
क्योकि आपकी प्रबल सोच हकीक़त बनने का कोई ना कोई रास्ता निकाल लेती है .
-धन्यवाद
*मित्रो ये वो सिद्धांत है जो कहता है कि आपकी सोच हकीकत बनती है. अगर आप सोचते हैं की आपके पास बहुत पैसा है तो, आपके पास बहुत पैसा हो जाता है, यदि आप सोचते हैं कि मैं हमेशा गरीब रहूँगा, तो ये भी सच हो जाता है, शायद सुनने में अजीब लगे पर ये एक सार्वभौमिक सत्य है. यानि हम अपनी सोच के दम पर जो चाहे वो बन सकते हैं. और ये कोई नयी खोज नहीं है भगवान् बुद्ध ने भी कहा है "हम जो कुछ भी हैं वो हमने आज तक क्या सोचा इस बात का परिणाम है" स्वामी विवेकानंद जी ने भी यही बात इन शब्दों में कही है "हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है" इसलिए इस बात का धयान रखिये कि आप क्या सोचते हैं.
क्योकि आपकी प्रबल सोच हकीक़त बनने का कोई ना कोई रास्ता निकाल लेती है .
-धन्यवाद